Rinku Singh Story:आईपीएल खेलने से पहले पोछा लगाने की नौकरी करता था यह खिलाड़ी

Rinku Singh Story

Rinku Singh Story: इन दिनों सोशल मीडिया पर कोलकाता नाइट राइडर्स के रिंकू सिंह की खूब चर्चा हो रही है। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ रिंकू सिंह ने जबरदस्त बल्लेबाजी की है। उन्होंने 23 गेंदों पर 42 रन की नाबाद पारी खेली। रिंकू सिंह की इस नाबाद पारी ने कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

जिस वक्त रिंकू सिंह मैदान पर आए थे उस वक्त कोलकाता नाइट राइडर्स ने 12.5 ओवर में केवल 92 रन बनाए थे तथा उसके 3 विकेट गिर गए थे। कोलकाता को 43 गेंदों पर 61 रन की जरूरत थी। दूसरे छोर पर नितीश राणा मौजूद थे। नितीश राणा के साथ रिंकू सिंह ने बेहतरीन पार्टनरशिप निभाई और कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। इसी के बाद रिंकू सिंह की खूब चर्चा सोशल मीडिया पर होने लगी।

Rinku Singh Story : रिंकू सिंह आईपीएल कैरियर :

रिंकू सिंह आईपीएल 2022 का अपना तीसरा मैच खेल रहे थे। उन्हें पिच के टर्न से परेशानी हो रही थी। लेकिन उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया और मैदान पर आते ही राजस्थान रॉयल्स के गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट की पहली ही गेंद पर चौका मारकर खाता खोला। इसके बाद रिंकू सिंह ने एक से बढ़कर एक कई बेहतरीन शॉट लगाये।

रिंकू सिंह जब मैदान पर आए तब नितीश राणा 31 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। रिंकू सिंह के चौका लगाते ही नीतीश एंकर की भूमिका में आ गये। इसके बाद रिंकू सिंह ने मैदान पर अपना जलवा बिखेरना शुरू कर दिया और टीम को जीत दिलाने तक क्रीज पर डटे रहे।

नीतीश और रिंकू सिंह ने की बेहतरीन पार्टनरशिप:

Rinku Singh

नितीश राणा और रिंकू सिंह ने लक्ष्य हासिल करने तक विकेट नहीं गिरने दिया और बेहतरीन पार्टनरशिप निभाई। टीम को जीत दिलाने के लिए रिंकू सिंह ने कई ऑनऑर्थोडॉक्स शॉट भी लगाए। उन्होंने कुलदीप सेन की गेंद पर फ्लिप किया। यजुवेंद्र चहल की गेंद पर भी उन्होंने जबरदस्त स्विप किया। बेहतरीन बल्लेबाजी की वजह से उनकी पारी में कमेंटेटर और पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी रिंकू सिंह के फैन बन गये।

रिंकू सिंह अलीगढ़ की है पहले क्रिकेटर :

रिंकू सिंह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रहने वाले हैं। आईपीएल में इस मुकाम तक पहुंचने से पहले रिंकू सिंह का जीवन कई परेशानियों से भरा पड़ा था। रिंकू सिंह के पिता अलीगढ़ में एक गैस वेंडर का काम करते हैं। रिंकू सिंह पांच भाई बहन है। रिंकू सिंह को क्रिकेट खेलना स्कूल के समय से ही पसंद था।

वह खाली समय में अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलने निकल जाया करते थे। धीरे-धीरे उन्हें क्रिकेट खेलने में मज़ा आने लगा। इस बात का खुलासा रिंकू कोलकाता नाइट राइडर की वेबसाइट पर जारी किए गए एक वीडियो में किया है।

पिता चाहते थे रिंकू क्रिकेट न खेलें :

रिंकू सिंह क्रिकेट टूर्नामेंट के साथ घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में भी खेलने लगे। इस दौरान उन्होंने एक मोटरसाइकिल भी इनाम में जीती। उन्होंने मैच में इनाम में जीती हुई मोटरसाइकिल अपने पिता को दे दी। वर्ष 2012 में रिंकू सिंह के स्कूल वालों ने एक वर्ल्ड कप कराया था, जिसमें पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीम भी खेलने आई थी। इस टूर्नामेंट में रिंकू सिंह ने 354 रन बनाकर 8 विकेट हासिल किए थे। रिंकू सिंह को “मैन ऑफ द सीरीज अवार्ड” दिया गया था और एक मोटरसाइकिल दी गई थी।

जिस दिन रिंकू सिंह को इनाम दिया गया उनके माता-पिता मैदान पर थे। रिंकू सिंह बताते हैं कि उस मैच के पहले जब भी वह क्रिकेट खेलते थे तब उनके पिता अक्सर उनकी पिटाई कर दिया करते थे। लेकिन उस मैच के बाद उनके पिता ने रिंकू सिंह पर कभी भी हाथ नहीं उठाया। रिंकू सिंह का परिवार आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा था। लेकिन इसके बावजूद वह क्रिकेट खेलते रहे। लेकिन क्रिकेट खेलने के लिए भी पैसे की जरूरत होती है। इसलिए उन्होंने नौकरी करना शुरू कर दिया। 

कोचिंग में पोछा लगाने की नौकरी भी की:

रिंकू सिंह बताते हैं कि घर की आर्थिक परेशानियों को दूर करने के लिए वह कोचिंग सेंटर में पोछा लगाने की नौकरी शुरू कर दिये थे। कोचिंग सेंटर वालों ने कहा कि सुबह आकर पोछा लगाया करो। उनके भाई ने उन्हें यह नौकरी दिलाई थी। लेकिन वह नौकरी नहीं कर पा रहे थे। तब उन्होंने पोछा लगाने की नौकरी छोड़ दी। वह पढ़ाई भी नहीं किये। लेकिन वह अपना पूरा ध्यान क्रिकेट पर लगाए। आज क्रिकेट ही उन्हें आगे ले जा रहा है। उनके पास क्रिकेट खेलने के अलावा कोई और ऑप्शन भी नहीं था।

तीन लोगो से मिला मार्गदर्शन :

रिंकू सिंह (Rinku Singh Story) बताते हैं कि उन्हें अपने जीवन में 3 लोगों से मार्गदर्शन मिला। शुरुआत में उन्हें नहीं पता था कि अंडर 16 टीम में कैसे जाएं। उन्हें ट्रायल का भी अंदाजा नहीं था। एक पहले उन्हें दो बार पहले ही राउंड से बाहर निकाल दिया गया था। तब अलीगढ़ के मोहम्मद जीशान ने उनकी मदद की। इसके बाद मसूद अमीन ने भी उनके लिए काम किया और उन्हें कोचिंग दी। वह आज भी उनके कोच हैं।

मसूद अमीन, मोहम्मद जीशान ने रिंकू सिंह की काफी मदद की और उन्हें मार्गदर्शन दिया। इसके अलावा शाहरुख खान ने भी उन्हें काफी मदद दी। साल 2017 में रिंकू सिंह पंजाब किंग द्वारा खरीदे गए थे। तब पंजाब ने रिंकू सिंह को 10 लाख में खरीदा था। हालांकि साल 2018 में शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स टीम ने उन्हें बड़ा स्टेज दिया और उन्हें 80 लाख रुपए में खरीदा था। रिंकू अलीगढ़ के पहले क्रिकेटर हैं जो आईपीएल खेल रहे हैं। खेलने से पैसा मिलने लगा और उनके घर की परेशानियां दूर हो गई।

पांच साल से आईपीएल खेल रहे अब मिली सफलता : 

रिंकू सिंह (Rinku Singh Story) पिछले 5 साल से आईपीएल में लगे हुए हैं। कोलकाता ने उन्हें 55 लाख में खरीदा था। उन्होंने कोलकाता के लिए 10 मैच खेले थे। लेकिन वह कुछ खास नहीं कर सके। इसके बावजूद कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन पर भरोसा जताया और रिंकू सिंह ने आईपीएल 2022 में राजस्थान के खिलाफ कोलकाता नाइट राइडर्स के भरोसे को सही साबित कर दिया। रिंकू सिंह ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए मैच का रुख बदल दिया और कोलकाता को जीत दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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