Electric Vehicles: आइये जाने इलेक्ट्रॉनिक वाहन क्या है? इलेक्ट्रॉनिक वाहन के प्रकार
Electric Vehicles in Hindi

Electric Vehicles: शहरी लोगों के बीच इलेक्ट्रॉनिक वाहन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इसका पहला कारण यह है ये इलेक्ट्रॉनिक वाहन नॉइसलेस (Noiseless) होते हैं साथ ही यह प्रदूषण भी नहीं करते हैं। अगर Electric Vehicles के इतिहास की बात करे तो पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वाहन (Electric Vehicles) वर्ष 1880 के दशक में दिखाई दी थी। 19वीं शताब्दी में पहली बार इलेक्ट्रिक कार बनाई गई थी।
अब 21 वीं सदी के दूसरे दशक में भारत समेत दुनिया भर में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की मांग बढ़ रही है। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से जहां हमारे देश में लोग परेशान हैं। वहीं वाहनों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण को बढ़ा रहा है। जिसकी वजह से मानव जीवन संकटमय होता जा रहा है।
प्रदूषण से विशेष रूप से सांस से जुड़ी बीमारियां बढ़ रही है। सरकार ने वाहनों से निकलने वाले धुएँ से छुटकारा पाने के लिए BS6 वाहनों को प्राथमिकता दे रही है। लेकिन इसके साथ ही अब देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इसके लिए सरकार द्वारा तरह तरह के प्रयास हो रहे हैं, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक वाहनों पर सब्सिडी भी शामिल है। इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की खरीद पर मुफ्त में रजिस्ट्रेशन, बीमा के साथ अन्य कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जाती है। आज हम जानेंगे इलेक्ट्रॉनिक वाहन क्या है (Electric Vehicles In Hindi) तथा यह कितने प्रकार के होते हैं?
इलेक्ट्रॉनिक वाहन क्या है? (What is Electric Vehicles in Hindi) –
इलेक्ट्रॉनिक वाहन उसे कहा जाता है जो इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा चलते हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों में प्रयुक्त होने वाली ऊर्जा बैटरी के रूप में होती है। अर्थात इन्हें चलाने के लिए पेट्रोल डीजल या सीएनजी के रूप में ईंधन का इस्तेमाल नहीं होता है बल्कि बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक वाहनों (Electric Vehicles) की सबसे खास विशेषता यह है कि ये पेट्रोल डीजल से चलने वाले वाहनों की तुलना में कम प्रदूषण फैलाते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा भारतीय अर्थव्यवस्था को होगा क्योंकि अन्य देशों से आयात होने वाले ये पेट्रोल – डीजल पर देश की निर्भरता कम हो जाएगी और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
भारत में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की खरीद पर छूट (Discount on Electric Vehicles) –
भारत में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को खरीदने के लिए डिस्काउंट वही प्रदान किया जाता है। भारत सरकार साल 2030 तक ऑटोमोबाइल सेक्टर में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की हिस्सेदारी 30 फीसदी तक पहुंचाना चाहती है।
लोगों को इलेक्ट्रॉनिक वाहन (Electric Vehicles) खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सरकार सब्सिडी देती है। यदि कोई व्यक्ति इलेक्ट्रॉनिक टू व्हीलर थ्री व्हीलर या इलेक्ट्रिक कार खरीदना है तो उस पर सब्सिडी प्रदान की जाती है।
टू व्हीलर तथा थ्री व्हीलर इलेक्ट्रिक वाहन पर 30 हजार तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है। जबकि फोर व्हीलर इलेक्ट्रिक वाहन पर लगभग डेढ़ लाख की सब्सिडी सरकार देती है। खास बात यह है कि इलेक्ट्रॉनिक वाहन खरीदने पर किसी भी प्रकार का रजिस्ट्रेशन शुल्क नहीं लगता है, यह फ्री में होता है।
जीएसटी में कमी –
भारत सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने के लिए तरह-तरह के प्रोत्साहन उपाय अपना रही है। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की खरीद पर लगने वाले जीएसटी पर कटौती की गई है। इसे 15% से घटाकर 5% कर दिया गया है।
भारत में पिछले कुछ सालों में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है। भारत में कई कंपनियां हैं जो इलेक्ट्रॉनिक वाहन भी लांच कर रही हैं। इलेक्ट्रॉनिक टू व्हीलर कई साल पहले से ही प्रचलन में आ गये थे, अब इनकी मांग भी बढ़ रही है। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक कार भी आ गई है।
इलेक्ट्रॉनिक वाहन के प्रकार (Types of Electric Vehicles) –
प्रमुख रूप से दो प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक वाहन होते हैं। कुछ इलेक्ट्रॉनिक वाहन जो पूरी तरह से से इलेक्ट्रिक व्हीकल होते हैं, इन्हें बैटरी से चलाया जाता है। कुछ इलेक्ट्रॉनिक वाहन (Electric Vehicles) पेट्रोल और डीजल से भी चलाए जा सकते हैं, उन्हें हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन कहा जाता है।
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