वकील (Lawyer) कैसे बनते है, योग्यता क्या होती है? जानिए पूरी जानकारी
How to become lawyer in Hindi: हर किसी को कुछ न कुछ सपना होता है कि वह पढ़ लिख कर बड़ा होकर कुछ बनेगा। कोई डॉक्टर, कोई इंजीनियर, कोई पत्रकार तो कोई वकील बनना चाहता है। हमारे जिंदगी में एक न एक बार एक ऐसा मोड़ आता है जब हम इस दुविधा में रहते हैं कि हमें क्या करना चाहिए। ऐसे में कई बार हम काउंसलर की मदद भी लेते हैं जो हमारी दुविधा को दूर करते हैं। आज हम एक प्रोफेशन Lawyer के बारे में जानेंगे कि वकील (Lawyer) कैसे बना जाता है और उसके लिए क्या पढ़ाई करनी पड़ती है? आइये जानते है वकील कैसे बने step by step –
Lawyer क्या होता है और क्या काम करता है
Lawyer बारे में ही कहा जाता है कि वह कोर्ट में इंसाफ के लिए झूठ के खिलाफ मुकदमे लड़ता है। हालांकि एक Lawyer का काम सिर्फ मुकदमे लड़ना नही होता है। बल्कि वह डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा लड़ने के अलावा भी अन्य काम करता है। बहुत अब आधुनिक समय में व्यापार, समाज, पर्यावरण, इंटरनेट आदि के भी एक्सपर्ट होते हैं।
लॉ की डिग्री पूरी करने के बाद एक वकील सरकारी इस कानूनी सलाहकार भी बना जा सकता है। लॉयर सिर्फ कोर्ट रूम तक सीमित नही रहता बल्कि व्यक्ति की अपनी अन्य रुचियों पर ऊपर निर्भर करता है कि वह किस फील्ड में आगे रखने विकल्प चुनता है।
LLB क्या होता है –
LLB का फुल फॉर्म Legume Bacculaureus होता है। यह एक लैटिन भाषा का शब्द है। LLB (LLB) को Bachelor in Law भी कहा जाता है। भारत में अब दो तरह के LLB कोर्स होते है।
पहला BA LLB जो कि 5 वर्ष का कोर्स होता है। इसे 12वीं करने के बाद किया जा सकता है।
दूसरा है LLB जिसे Graduation के बाद किया जाता है। यह 3 साल का कोर्स होता है।
इन दोनों ही कोर्सों में भारत के कानून और नियम के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है। भारतीय संविधान और नियम कानून में रुचि रखने वाले व्यक्ति के लिए LLB करना कैरियर का एक बेहतर विकल्प माना जाता है।
LLB के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता (Eligibility for LLB) –
किसी भी कॉलेज में LLB कोर्स में प्रवेश पाने के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। BA LLB में एडमिसन करने के लिए 12वीं कक्षा में न्यूनतम 50% अंक होना अनिवार्य है।
वहीं Graduation के बाद LLB में प्रवेश के लिए न्यूनतम योग्यता Graduation में 50% अंक है।
कैसे ले LLB में प्रवेश –
भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं कालेजों में LLB कोर्स के लिए प्रवेश के लिए एक परीक्षा का आयोजन किया जाता है। यह परीक्षा ऑल इंडिया होती है। इसके अंतर्गत कई कालेज शामिल होते हैं। प्रवेश परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर ही विभिन्न कॉलेजों में एडमिशन मिलता है। LLB का कोर्स पूरा हो जाने के बाद इंटर्नशिप किया जाता है जो कि किसी भी प्रोफेशनल कोर्स के लिए जरूरी होता है। यहां पर किताबों से बाहर आकर कोर्ट की कार्यवाही कैसे होती है इसकी की जानकारी होती है।
बार काउंसिल में Enroll होना –
LLB कोर्स करने के बाद सबसे जरूरी है की स्टेट बार काउंसिल में enroll किया जाए। इसके लिए ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन की परीक्षा आयोजित की जाती है। इसके बाद ही किसी LLB करने वाले व्यक्ति को कोर्ट में केस लड़ने की अनुमति मिलती है। LLB करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए LLM भी किया जा सकता है। इसके अलावा सरकारी वकील बनने, जज बनने या फिर स्वतंत्र रूप से केस लड़ने के विकल्प मौजूद रहते हैं।
क्या एक वकील का English आना जरूरी है? –
अगर यह पूछा जाए कि क्या एक Lawyer (वकील) को English में ही जरूरी है तो इसका जवाब होगा “हां”। क्योंकि हमारे भारतीय कोर्ट में सारे काम काज English में ही होते हैं। यही वजह है कि English का भारत में बहुत ज्यादा प्रभाव देखने को मिलता है। इसलिए अगर एक Lawyer के रूप में कैरियर बनाना चाहते हैं तो English का ज्ञान होना बेहद जरूरी है। इसके लिए हाई-फाई English की जरूरत नहीं होती बल्कि सामान English एक ही व्यक्ति Lawyer क बन सकता है।