आइये जाने रियल एस्टेट एजेन्ट या प्रॉपर्टी डीलर कैसे बने | How to become Property Dealer in Hindi
प्रॉपर्टी डीलर कैसे बने | How to become Property Dealer in Hindi: प्रॉपर्टी डीलर (Property Dealer) नाम से आज लगभग हर कोई परिचित है। प्रॉपर्टी डीलर को प्रॉपर्टी खरीदने वाले और बेचने वाले के बीच में मध्यस्थता करने वाले के तौर पर जाना जाता है। प्रॉपर्टी डीलर प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने वाले के बीच मध्यस्थता करके पैसे कमाता है। प्रॉपर्टी डीलर एक ऐसा बिजनेस है जिससे कई सारे लोगों ने आकूत संपत्ति बना ली है।
पहले प्रॉपर्टी डीलर का काम कोई भी व्यक्ति कर सकता था लेकिन अब भारत में इसके लिए लाइसेंस अनिवार्य कर दिया गया है। इसके लिए भारत मे रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (RERA) का गठन किया गया है। जहां पर रियल एस्टेट का बिजनेस करने वाले लोगों को लाइसेंस लेना पड़ता है व रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। लेकिन आज भी छोटे-छोटे शहरों और गांव देहात में बहुत सारे लोग अनरजिस्टर्ड प्रॉपर्टी डीलर के रूप में काम करते हैं। लेकिन वह कानूनी रूप से वैध नहीं होते हैं। इसलिए रजिस्टर प्रॉपर्टी डीलर (Registered Property Dealer/How to become Property Dealer in Hindi) बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में आज हम जानेंगे।
मालूम हो कि रियल एस्टेट बिजनेस को दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस में गिना जाता है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी रियल एस्टेट बिजनेस के एक बड़े खिलाड़ी रह चुके हैं।
रियल एस्टेट बिजनेस (Real estate business) यानी की अचल संपत्ति या जमीन, मकान, दुकान आदि को खरीदने बेचने या किराए पर देने वाले व्यापार भारत में अब तेजी से बढ़ रहे हैं। आज इस क्षेत्र में काफी अवसर है। यह एक फायदेमंद बिजनेस है। इस तरह की काम करने वाले लोगों को रियल एस्टेट एजेंट या प्रॉपर्टी डीलर के तौर पर जाना जाता।
प्रॉपर्टी डीलर दुकान, मकान, जमीन आदि की बिक्री करने अथवा किराए पर उठाने के लिए दो लोगों के बीच मेडिएटर (Mediator) का काम करता है। अर्थात हम कह सकते हैं कि एक प्रॉपर्टी डीलर प्रॉपर्टी ओनर और बायर या किराएदार के बीच में एक ब्रिज की तरह काम करता है। यह दोनों पार्टियों को मिलवा कर डील को फाइनल करवाता है। बदले में उसे कमीशन मिलता है। यह कमीशन उसे दोनों तरफ से मिलता है। सबसे खास बात यह है कि यह कमीशन हजार रुपए से लेकर लाखों में भी हो सकता है।
प्रॉपर्टी डीलर क्या-क्या काम करता है?
एक प्रॉपर्टी डीलर कई सारा काम करता है जो इस प्रकार से है-
- प्रॉपर्टी खोजना
- ओनर से डील करवाना
- ग्राहक के बारे में पता करना
- ग्राहक को प्रॉपर्टी दिखाना
- प्रॉपर्टी का रखरखाव करना जैसे कि बिल्डिंग की मरम्मत करवाना, उनकी पेंटिंग करवाना इत्यादि
- डील फाइनल करने के लिए रेंट एग्रीमेंट बनवाना
- जमीन खरीदवाने के लिए रजिस्ट्री ऑफिस में जमीन रजिस्टर करवाना
- रिलेटेड पेपर तैयार करना
प्रॉपर्टी डीलर बनने के लिए स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी में रजिस्ट्रेशन कैसे करे –
प्रॉपर्टी डीलर बनने के लिए रेरा में रेजिस्ट्रेशन करना अब अनिवार्य है। हर राज्य में अलग-अलग रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (Real Estate Regulatory Authority – रेरा / RERA) है। जहां पर प्रोपेर्टी डीलर बनने के लिये रियल एस्टेट एजेंट (Real Estate Agent) के रूप में रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होता है। इसके लिए अपने राज्य की रेरा वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होता है।
उदाहरण के लिए यदि आप उत्तर प्रदेश से संबंधित हैं तो उत्तर प्रदेश की रेरा वेबसाइट पर आपको रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। आप गूगल पर UP RERA सर्च करके सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। अलग-अलग राज्यों में रजिस्ट्रेशन की फीस अलग अलग हो सकती है।
प्रॉपर्टी डीलर बनने के लिए इच्छुक व्यक्ति संबंधित राज्य की वेबसाइट या विभाग से संपर्क करके उसके बारे में और अधिक जानकारी इकट्ठा कर सकता है। जब व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन रेरा के अंतर्गत हो जाता है तब वहां एक रजिस्टर्ड रियल एस्टेट एजेंट / प्रॉपर्टी डीलर बन जाता है।
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